आज 17 दिसम्बर का दिन देशवासियो के लिये कुछ खास था. जहाँ एक तरफ गुजरात
में विधानसभा चुनाव के मतदान का आखिरी दिन था, तो राज्यसभा में प्रमोशन
आरक्षण बिल पर वोटिंग होनी थी, तो नागपुर में भारतीय क्रिकेट टिम
इंग्लैण्ड के खिलाफ आखिरी टेस्ट के आखिरी दिन 8 साल बाद घर में व 28 साल
बाद इंग्लैण्ड के खिलाफ घर में सीरीज बचाने के इरादे से उतरा था. आज पुरे
दिन के घटनाक्रम में अगर कुछ देखने को मिला तो वो थी भारतीय संस्कृति की
झलक और वो भी एक नहीं दो बार.सबसे पहले दोपहर राज्यसभा में
गृहमंत्री
सुशील कुमार शिंदे ने अपने भाषण में मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हफिज सईद
के नाम के साथ 'श्री' व 'मिस्टर' लगाकर यह दर्शाया कि भले ही हम
कांग्रेसी कितने ही रूपये क्यूं ना खा ले पर हमारे दिल में आज भी लोगो के
प्रति सम्मान व भारतीय संस्कृति बसी हुई हैं. दुसरा मौका आया तकरीबन 3:30
बजे जब इंग्लैण्ड ने आखिरी टेस्ट ड्रा कराकर 28 साल बाद सीरीज अपने नाम
कर दी....अब आप सोच रहे होगे कि इसमें भारतीय संस्कृति की बात कहाँ आ गयी
तो जनाब भारतीय क्रिकेट टिम ने यह बताया कि अगर हम अप्रेल 2011 में 28
साल बाद विश्वकप जीत सकते हैं तो इंग्लैण्ड को भी 28 साल बाद सीरीज
जीताने में मदद भी तो कर सकते हैं क्यूंकि 'अतिथि देवो भव:'....'हमारी
संस्कृति हमारी विरासत'.....
One Response to “आज का दिन भारतीय संस्कृति के नाम”
और आरक्षण के मुद्दे पर आपकी क्या राय है मान्यवर,...!!!!
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